हेलो दोस्तो Infos Hindi में आपका एक दफा फिर से स्वागत है, आज हम आपके लिए एक और नई जानकारी लेकर आए हैं, इस ब्लॉग पोस्ट में हम सिविल इंजीनियर क्या है (Civil Engineer kaise bane) के बारे में जानने वाले है।

सिविल इंजीनियर क्या है | Civil Engineer Meaning In Hindi:
सिविल इंजीनियर के कार्य
इंजीनियरिंग कितने प्रकार की होती है ?
- केमिकल इंजीनियरिंग
- सिविल इंजीनियरिंग
- मेकेनिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर इंजीनियरिंग
- इंफॉर्मेशन इंजीनियरिंग
- इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रॉनिक्स & कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
- एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग
- न्यूक्लिअर इंजीनियरिंग
- बायोकेमिकल इंजीनियरिंग
सिविल इंजीनियर कैसे बने | Civil Engineer kaise Bane :
- सिविल इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले आपको 12वी साइंस या मैथ्स सब्जेक्ट से पास करनी होगी, जितने अधिक अंक से आप 12वी पास करेंगे, उतना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
- 12वी पास करने के बाद आपको आईआईटी एंट्रेन्स एग्जामिनेशन की देनी होगी।
- अगर आपकोआईआईटी एंट्रेन्स एग्जामिनेशन में अच्छे मार्क्स आते है, तो किसी भी अच्छे कॉलेज से आप सिविल इंजीनियर बनने के लिए कोई अच्छा कोर्स कर सकते है, हम आपको नीचे सिविल इंजीनियरिंग के लिए टॉप कोर्सेज के बारे में बताने वाले है।
- सिविल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए कॉलेज में एडमिशन मिलने के बाद आपको मेहनत और लगन से सिविल इंजीनियरिंग का कोर्स कंप्लेट करना होगा।
- सिविल इंजीनियरिंग कोर्सज कंप्लेट होने के बाद आप सरकार, सहसरकारी एवं प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों में सिविल इंजीनियरिंग के पद पर कार्य कर सकते है।
- इसके अलावा आप कंबाइंड इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जाम देकर के भारतीय सरकार की टेक्नोलॉजी ओर सिविल इंजीनियरिंग से जुड़ी हुई पोस्ट के स्थान पर जॉब कर सकते है।
सिविल इंजीनियरिंग कोर्स
- B.Tech in Civil Engineering
- B.E in Civil Engineering
- B.Tech in Civil Engineering
- Certificate course in Construction Supervisor
- Certificate course in building design.
- Diploma in Civil Engineering.
- Graduation in Civil Engineering.
- M.E in Civil Engineering.
- Ph.D in Civil Engineering.
- Post graduate diploma course in Construction and Infrastructure Project Management.
- Post Graduate in Civil
Civil Engineering Course fees
Civil Engineering College in india
दोस्तो यदि आप Civil Engineering Course के लिए एक अच्छे कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी का चयन करते है, तो आपको एक बेहतर कैरियर विकल्प आसानी से मिल जाएगा, जिस प्रकार एक अच्छा कोर्स चुनना जरूरी होता है,
उसी प्रकार एक बेहतर कॉलेज का चयन करना भी जरूरी होता है, यहाँ पर हम आपको कुछ टॉप कॉलेज के बारे में बताने वाले है, जिनके के माध्यम से आप सिविल इंजीनियरिंग कर सकते है –
- IIT Kanpur – Indian Institute of Technology – [IITK]
- IIT Roorkee – Indian Institute of Technology – [IITR]
- IIT Madras – Indian Institute of Technology – [IITM]
- Lovely Professional University – [LPU]
- IIT Delhi – Indian Institute of Technology – [IITD]
- IIT Bombay – Indian Institute of Technology – [IITB]
- IIT Kharagpur – Indian Institute of Technology – [IITKGP]
- IIT Kanpur – Indian Institute of Technology – [IITK]
- IIT Guwahati – Indian Institute of Technology – [IITG]
- College of Engineering, Anna University – [CEG]
- IIT Indore – Indian Institute of Technology – [IITI]
- IIT Bhubaneswar – Indian Institute of Technology – [IITBBS]
- BITS Pilani (Pilani Campus)
सिविल इंजीनियर की सैलरी कितनी है ?
सिविल इंजीनियरिंग एक प्रोफेशनल शाखा है, जहाँ पर किसी सिविल इंजीनियर को सैलरी शुरुआती टाइम में 25 से 30 हजार रुपये महीना मिल सकती है, हो सकता है, की यह सैलरी आपको पद और फील्ड के अनुसार कम लग रही हो।
लेकिन दोस्तो सिविल इंजीनियरिंग की फील्ड में अनुभव ओर एक्सपीरियंस होने के बाद आप आसानी से महीने के 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपये महीना तक कमा पाएंगे इसके अलावा सिविल इंजीनियर बनने के बाद,
आपके सामने ऐसे कई सारे अवसर आएंगे, जहाँ पर सिर्फ आपके एक हस्ताक्षर के 50 हजार रुपये तक भी दिए जाएंगे, दोस्तो इस फील्ड में पैसों की कोई कमी नही है, आप आसानी से सालाना 5 लाख से लेकर 10 लाख रुपये तक कमा सकते है।
सिविल इंजीनियर बनने के फ़ायदे ?
अब तक आपने जाना सिविल इंजीनियर क्या है और सिविल इंजीनियर कैसे बने अब हम सिविल इंजीनियर बनने के फायदे के बारे में जानने वाले है, जोकि निम्नलिखित है –
- सिविल इंजीनियर बनकर आप सरकारी एवं प्राइवेट दोनों विभाग में जॉब कर सकते है।
- सिविल इंजीनियरिंगकी फील्ड में आने के बाद आप चाहे तो खुद की एक प्राइवेट कंसल्टेंसी कंपनी खोल सकते है।
- सिविल इंजीनियर बनने के बाद आपकी जान-पहचान कई नए-नए लोगो से होंगी उनके बारे में जानने को मिलेगा, इसके अलावा आप बाहर काम करेंगे तो आपको अपने घरों से बाहर घूमने-फिरने को भी मिलेगा।
- सिविल इंजीनियरिंग की फील्ड में आप कुछ नया कर सकते है, यदि आप कोई यूनिक प्रोजेक्ट बनाते है, ओर वह सभी लोगो को पसंद आता है, तो लोगो के प्रति आपकी रेस्पेक्ट बढ़ेगी।
- इस फील्ड में आप एक लंबे समय तक कार्य कर सकते है, जहां पर रिटायरमेंट की कोई समस्या नही आती है।
- सिविल इंजीनियर बनकर आप अपने दिमाग का प्रयोग करके कई सारे चीजे रोचक बना सकते है, ओर अपने डिज़ाइन से लोगो का दिल जीत सकते है।
- दोस्तो सिविल इंजीनियर बनने के बाद आपके घर वाले भी बहुत खुश होंगे, क्योकि आपके पैरेंट किसी के सामने बोलेंगे की हमारा बेटा भी एक सिविल इंजीनियर है, तो उनके लिए यह एक गर्व की बात होंगी।
सिविल इंजीनियर कैसे बने से संबंधित FAQ
सिविल इंजीनियर का क्या काम है ?
सिविल इंजीनियर के कार्य शहरो में हो रहे कंस्ट्रक्शन कार्य जैसे- रोड, ब्रीज़, पूल, स्टेडियम, बिल्डिंग, एयरपोर्ट, ओर घरों को डिज़ाइन करना होता है।
सिविल इंजीनियरिंग के बाद क्या करे ?
BE Civil Engineering या B tech Civil Engineering करने के बाद आप सरकारी एवं प्राइवेट सेक्टर में जॉब कर सकते है, या फिर चाहे तो पोस्ट ग्रजुवशन Me/ M tech इन Civil Engineering कर सकते है।
जूनियर सिविल इंजीनियर कैसे बने ?
जूनियर सिविल इंजीनियर बनने के लिए 10वी कक्षा पास करके आप सरकार के द्वारा आयोजित की जाने वाली एंट्रेन्स एग्जाम दे सकते है।
यदि एंट्रेन्स एग्जाम में आप पास हो जाते होतो आप किसी अच्छे कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग का कोर्स कर सकते हो, कोर्स कंप्लेट करने के बाद आप एक जूनियर सिविल इंजीनियर के तौर पर कार्य कर सकते हो।
सिविल इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है ?
सिविल इंजीनियर की सैलरी शुरुआत के कुछ महीनों में 25 से 30 हजार हो सकती है, जो धीरे-धीरे 50 हजार से लेकर 1 लाख तक भी पहुँच सकती है।
जूनियर सिविल इंजीनियर की सैलरी ?
जूनियर सिविल इंजीनियर की सैलरी शुरुआत के कुछ महीनों में 15 हजार से लेकर 25 हजार तक होती है, कुछ सालों बाद यह सैलरी 50 हजार तक भी जा सकती है।
सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर्स कोर्स कितने साल का होता है?
दोस्तो सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर्स कोर्स 4 साल का होता है।
सिविल इंजीनियर की भारत में सैलरी कितनी होती है?
भारत में सिविल इंजीनियर की सैलरी शुरुआती समय में 20 से 30 हजार रूपए महीना होती है, जोकि आगे बढ़कर 50 हजार से लेकर 1 लाख तक हो जाती है।