दोस्तो आप सभी का स्वागत है, इस ब्लॉग पोस्ट में जहां पर हम आपके लिए एक और महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले है, जिसमें हम जीआरपी का फुल फॉर्म क्या है (GRP Full form In Hindi) से जुड़ी हुई जानकारी देने वाले है।
साथ में जानेंगे की जीआरपी क्या है, जीआरपी का क्या काम होता है, जीआरपी कैसे बने, जीआरपी पुलिस क्या है और जीआरपी का फुल फॉर्म से जुड़ी हुई तमाम जानकारी आज हम आपको इस लेख के माध्यम से देने वाले है।
दोस्तो आपमें से बहुत से लोग ऐसे होंगे जिनको पहले से ही जीआरपी का फुल फॉर्म के बारे में पता होगा, लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिन्हें जीआरपी से संबंधित जानकारी नहीं है, ऐसे में अगर आप जीआरपी का फुल फॉर्म के बारे में जानने आए हैं तो इस ब्लॉग पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े,
क्योंकि इससे ब्लॉग पोस्ट में हम आपको जीआरपी का फुल फॉर्म क्या होता है, इसके अलावा जीआरपी से संबंधित अन्य जानकारियों के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं, आइए अब बिना किसी देरी के जानते है की जीआरपी का फुल फॉर्म क्या है।
जीआरपी का फुल फॉर्म क्या है ? (GRP Full form in hindi)
दोस्तो जीआरपी का फुल फॉर्म Government Railway Police होता है, जिसको हिंदी में राजकीय रेलवे पुलिस कहते है, इस पुलिस विभाग का मुख्य उद्देश्य गवर्नमेंट रेलवे विभाग से जुड़े हुए कार्यों को करना,
जैसे रेलवे का रखरखाव करना, रेलवे कानूनों को बनाए रखना, रेलवे पर अपराध को रोकना और अपराधियों का पता लगाना आदि कार्य जुड़े हुए होते है, आइए जीआरपी पुलिस क्या है से जुड़ी हुई अन्य जानकारी प्राप्त करते है।
जीआरपी पुलिस क्या है ? (What Is GRP Police In Hindi)
दोस्तो जैसा कि ऊपर आपको बताया गया है कि जीआरपी का पूरा नाम गवर्नमेंट रेलवे पुलिस होता है यह एक ऐसा विभाग होता है जो कि राजकीय रेलवे से संबंधित कार्यों को करता है, दोस्तो जीआरपी पुलिस की स्थापना भारतीय रेलवे अधिनियम के साथ सन 1864 में हुई थी,
जीआरपी पुलिस का मुख्य उद्देश्य रेलवे परिसर में चोरी, डकैती, मारपीट आदि अपराधों को रोकना, जीआरपी पुलिस के अपने नियम और कानून होते हैं नियम और कानूनों का पालन यात्रियों का करना पड़ता है जीआरपी पुलिस की कर्मचारी ड्यूटी के दौरान पुलिस की वर्दी पहनते हैं और रेलवे परिसर में गश्त करते हैं,
जीआरपी पुलिस आने जाने वाली ट्रेनों का निरीक्षण करते हैं और रेलवे स्टेशन के आसपास किसी प्रकार की अवैध गतिविधि को रोकने का कार्य करते हैं, रेलवे पुलिस मुख्य रूप से यात्रियों को अच्छी से अच्छी सुविधा और सरलता प्रदान करने की कोशिश करते हैं ताकि सभी यात्रियों की यात्रा सफल तरीके से हो सके।
जीआरपी का इतिहास क्या है ?
दोस्तों जीआरपी के इतिहास की बात करें तो जीआरपी का इतिहास ब्रिटिश राज्य से जुड़ा हुआ है, पहली बार जीआरपी पुलिस बल को बॉम्बे (अब मुंबई) में 1867 में स्थापित किया गया था, शुरुआती समय में जीआरपी पुलिस की भूमिका सिर्फ रेलवे विभाग में रखरखाव और रेलवे व्यवस्था को बनाए रखना तक ही सीमित थी,
धीरे-धीरे जीआरपी पुलिस की भूमिका बढ़ाकर व्यवस्था, रखरखाव के साथ साथ अपराध की रोकथाम, जांच और पहचान तक करदी गई, 1947 में ब्रिटिश शासन से आजादी के बाद जीआरपी को पुनर्गठित किया गया, pr GRP का नाम बदलकर RPF कर दिया गया।
जिसके बाद रेलवे से संबंधित जांच, रेलवे संपत्ति की सुरक्षा और कार्यों के लिए आरपीएफ को अतिरिक्त अधिकार दिए गए, 1985 में आरपीएफ का नाम बदलकर जीआरपी (सरकारी रेलवे पुलिस) रख दिया गया, कोर्स के अधिकार क्षेत्र को भारत के लगभग सभी राज्यों तक बड़ा दिया गया।
जीआरपी का क्या काम होता है ?
दोस्तो जीआरपी पुलिस को रेलवे विभाग से जुड़े हुए कार्य करने पड़ते है, जोकि निम्नलिखित हैं –
- रेलवे परिसर दिल साफ सफाई का ध्यान रखना।
- रेलवे परिसर की व्यवस्था को बनाए रखना।
- रेलवे परिसर की सुरक्षा का खास ध्यान रखना।
- रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेनों की मॉनिटरिंग करना।
- रेलवे परिसर को तोड़फोड़ से बचाना।
- रेलवे परिसर के आस पास के क्षेत्र में अवेध गतिविधि को रोकना।
- रेलवे परिसरों में अपराधो को रोकना और अपराधियों को पकड़ना।
- बाढ़ या भूकंप के समय पर यात्रियों को चिकित्सा सहायता मुहैया करवाना।
दोस्तो जीआरपी पुलिस को यह निम्नलिखित कार्य करने पड़ते हैं, जोकि रेलवे विभाग से जुड़े हुए है, आइए अब जानते हैं कि जीआरपी पुलिस कैसे बने।
जीआरपी पुलिस कैसे बने ?
दोस्तो अगर आपने 12वीं कक्षा पास करली है और अब अगर आप जीआरपी पुलिस में शामिल होना चाहते हैं तो आप जिस राज्य की जीआरपी पुलिस में शामिल होना चाहते हैं उसे राज्य की जीआरपी पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जीआरपी पुलिस के लिए आवेदन दे सकते हैं,
जिसके बाद आपको जीआरपी पुलिस बनने के लिए लिखित परीक्षा देनी होगी, अब अगर आप लिखित परीक्षा में पास होते हैं तो आपको एक मेडिकल परीक्षा देनी पड़ती है, जिसके बाद अगर आप मेडिकल टेस्ट को क्लियर करते है, तो आप जीआरपी पुलिस में शामिल हो सकते है, आइए अब जानते है की जीआरपी और आरपीएफ में क्या अंतर है।
जीआरपी और आरपीएफ में अंतर
जीआरपी और आरपीएफ में मुख्य अंतर यह है कि आरपीएफ केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय के अंतर्गत आता है, और जीआरपी राज्य सरकार के अंतर्गत आता है क्योंकि यह एक पुलिस संगठन है, जीआरपी और आरपीएफ दोनों पुलिस बलों का कार्य लगभग एक जैसा ही है,
जीआरपी और आरपीएफ पुलिस का मुख्य उद्देश्य, रेलवे परिसर पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना, परिसर पर अपराधो को रोकना, इसके अलावा रेलवे परिसर पर चोरी, डकैती और मारपीट आदि अपराधों को रोकना होता है, यह दोनो पुलिस विभाग रेलवे अधिनियम के तहत कार्य करते है।
जीआरपी पुलिस सैलरी कितनी होती है ?
दोस्तो सागर जीआरपी पुलिस की सैलरी की बात करें तो जीआरपी पुलिस को अलग-अलग राज्यों में उनके पदोनुसार सैलरी दी जाती है, जोकि कम या ज्यादा हो सकती है लेकिन जीआरपी पुलिस की अनुमानित सैलरी ₹1.8 लाख प्रति वर्ष है,
एक इंस्पेक्टर के लिए न्यूनतम वेतन 2.5 लाख रुपये प्रति वर्ष है, देखा जाए तो एक जीआरपी पुलिस के कर्मचारी की वेतन 1.5 लाख सालाना से लेकर 3 लाख सालाना तक होती है, इसके अलावा भी जीआरपी पुलिस को अन्य सेवाए मिलती है, दोस्तो उम्मीद है की अब आपको जीआरपी की सैलरी से संबंधित जानकारी मिल गई होगी।
जीआरपी के अन्य फुल फॉर्म
दोस्तो जीआरपी का मुख्य फुल फॉर्म गवर्नमेंट रेलवे पुलिस होता है, लेकिन इसके अलावा भी जीआरपी के अन्य फुल फॉर्म होते है, जोकि निम्नलिखित है –
- GRP: Gross Rating Point – Media Field
- GRP: Gastrin Releasing Peptide – Medical term
- GRP: Glass Reinforced plastic – Product
- GRP: Gentoo Reference Platform – Software
दोस्तो यह जीआरपी के अन्य फुल फॉर्म है, जिनके बारे में अब आपको जानकारी मिल गई होगी, आसा करते है की आपको जीआरपी का फुल फॉर्म क्या है (GRP Full form in Hindi) से संबंधित यह जानकारी पसंद आई होगी।
GRP Full Form in hindi से संबंधित FAQS