सॉफ्टवेयर कैसे बनाते हैं, Software Kaise Banaye, Mobile Me Software Kaise Banaye, अपना सॉफ्टवेयर कैसे बनाएं, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कैसे बनाएं
हेलो दोस्तो आप सभी का Infos Hindi में एक दफा फिर से स्वागत है, हर बार की तरह आज भी हम आपके लिए एक उपयोगी जानकारी लेकर आए है, इस लेख में हम सॉफ्टवेयर कैसे बनाते हैं (Software Kaise Banaye) के बारे में बात करने वाले है।
साथ में जानेंगे की सॉफ्टवेयर क्या होता है, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कैसे बनाएं, अपना सॉफ्टवेयर कैसे बनाएं और Mobile Me Software Kaise Banaye से संबंधित तमाम सवालों के जवाब इस आर्टिकल में हम आपको देने वाले है।
दोस्तो भारत को डिजिटल बनाने में सॉफ्टवेयर का बहुत बड़ा योगदान है, हेल्थ से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक सभी जगह सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल हो रहा है, बड़ी हेल्थ मशीनों को सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया गया है, वही बैंक में जितने भी उपकरण इस्तेमाल हो रहे है,
यह भी एक सॉफ्टवेयर है, अगर देखा जाए तो हर जगह हर फील्ड में सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल हो रहा है, दोस्तो क्या आपको पता है, की सॉफ्टवेयर क्या होता है और सॉफ्टवेयर कैसे बनाते हैं, अगर नहीं पता है, तो इस लेख को पूरा पढ़ें, क्योंकि इस लेख में हम उन सभी बातों पर चर्चा करेंगे,
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जो सॉफ्टवेयर बनाने के लिए जरुरी होता है, दोस्तो बहुत से लोगो के मन में यह सवाल जरूर रहता है, की एक सॉफ्टवेयर कैसे बनाया जाता है, इसी सवाल का जवाब देने लिए हमने यह पोस्ट लिखी है, आइए दोस्तो अब बिना किसी समय गवाएं जानते है, की सॉफ्टवेयर कैसे बनाते हैं।
सॉफ्टवेयर क्या होता है ?
सॉफ्टवेयर बहुत सारे कोडिंग लैंग्वेज और प्रोग्रामो का एक संग्रह होता है, जो एक कंप्यूटर के कार्यों का निष्पादन करता है, हम अपने कंप्यूटर या मोबाइल में जितने भी टास्क कंप्लेट करते है, वह एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से संपन्न होते है,
सॉफ्टवेयर उन set of instructions को रेफर किया जाता है जिन्हें fed किया जाता है, प्रोग्राम्स के फॉर्म में, ताकि वो कंप्यूटर सिस्टम को govern कर सके और साथ में दुसरे हार्डवेयर जाती को प्रोसेस भी कर सकें, यह वो कमांड्स होते हैं,
जो की हार्डवेयर को ड्राइव करते हैं, Ms-Word जिसमे हम कुछ टाइप करते है, क्रोम जिसे Internet Access करते हैं, जिसे ब्राउज़र भी कहते है, और फोटोशॉप जिसमे हम फोटोज को एडिट करते हैं, दोस्तो जितने भी गूगल प्लेस्टार पर एप्लिकेशन मौजूद है,
वह सभी एक एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर है, दोस्तो सॉफ्टवेयर के उदाहरण जैसे – Google Chrome, Canva, Snapseed, MS-WORD, VLC Player, UC Browser इतियादी, आइए दोस्तो अब जानते है, की सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते है।
सॉफ्टवेयर के प्रकार (Types Of Software In Hindi)
दोस्तो सॉफ्टवेयर 3 प्रकार के होते है, एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर, सिस्टम सॉफ्टवेयर और यूटिलिटी सॉफ्टवेयर आइए इन तीनो सॉफ्टवेयर के बारे में थोड़ी जानकारी प्राप्त करते है –
1) एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर
दोस्तो इस प्रकार के सॉफ्टवेयर को किसी खास काम के लिए बनाया जाता है, एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर को आप ऐप भी कह सकते है, एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किस तरह से करना है, यह उपयोगकर्ता पर निर्भर होता है, एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर हमेशा सिस्टम सॉफ्टवेयर पर निर्भर करता है,
कई सारे सिस्टम सॉफ्टवेयर से मिलकर एक एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर बनाया जाता है, सिस्टम सॉफ्टवेयर के बिना एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर कार्य नहीं करता है, आप कंप्यूटर या मोबाइल पर जितने भी एप्लिकेशन का इस्तेमाल करते है, वह सभी एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर होते है।
2) सिस्टम सॉफ्टवेयर
दोस्तो इस प्रकार के सॉफ्टवेयर हमेशा कंप्यूटर के प्रबंधन और नियंत्रण में उपयोग किए जाते है, सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर को मैनेज करके रखते है, जितना भी कार्य कंप्यूटर करता है उतना ही कार्य सिस्टम सॉफ्टवेयर करते है, किसी भी फाइल या डॉक्यूमेंट में आदान प्रदान करना हो,
तो सिस्टम सॉफ्टवेयर की मदद ली जाती है, सिस्टम सॉफ्टवेयर हार्डवेयर पार्ट्स को नियंत्रित करता है, सभी सॉफ्टवेयर को मैनेज करता है, इसके अलावा कंप्यूटर की मुख्य जरूरत ही सिस्टम सॉफ्टवेयर है, सिस्टम सॉफ्टवेयर जैसे Windows, Linux, Android, Unix इतियादी।
3) यूटिलिटी सॉफ्टवेयर
दोस्तो यूटिलिटी सॉफ्टवेयर एक प्रकार का Productvity Device होता है, जो विभिन्न प्रकार के कार्यों को आसान बनाने में हमारी मदद करता है, जैसे वर्ड प्रोसेसिंग, डेटाबेस प्रबंधन स्प्रेडशीट प्रोग्राम और फोटो एडिटिंग सॉफ्टवेयर इतियादी।
दोस्तो इस प्रकार के सॉफ्टवेयर हमारे डेली लाइफ के कार्यों को आसान बनाने में हमारी मदद करते है, दोस्तो यूटिलिटी सॉफ्टवेयर हर फील्ड में कार्यों को आसान बनाते है।
दोस्तो यह तीन प्रमुख प्रकार के सॉफ्टवेयर होते है, दोस्तो तीनो प्रकार के सॉफ्टवेयर के अलग अलग कार्य है, लेकिन तीनो प्रकार के सॉफ्टवेयर का उद्देश्य लोगो की मदद करना है, आइए अब जानते है, की सॉफ्टवेयर कैसे बनाते हैं।
सॉफ्टवेयर कैसे बनाते हैं ? (Software Kaise Banaye)
दोस्तो सॉफ्टवेयर बनाना इतना आसान कार्य नही है, सॉफ्टवेयर बनाने के लिए आपको सॉफ्टवेयर डेवलपर बनना होगा, और आपको सॉफ्टवेयर बनाने का ज्ञान प्राप्त करना होगा, जोकि हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से नही दे सकते है,
सॉफ्टवेयर बनाने के लिए आपको सॉफ्टवेयर डेवलपर तो बनना ही जिसके बाद आपको किसी कंपनी में कार्य करना होगा, और कुछ सॉफ्टवेयर बनाने होंगे, जब आपको थोड़ा बहुत ज्ञान प्राप्त हो जाता है, तो उसके बाद ही आप सॉफ्टवेयर बना सकते है।
दोस्तो सॉफ्टवेयर बनाना हर किसी के बस की बात नहीं है, इसके लिए आपको प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखनी होगी, जैसे HTML, JAVA, C++ इन लैंग्वेज को सीखने के बाद ही आप सॉफ्टवेयर बनाने की सोच सकते है।
इसके अलावा आप सॉफ्टवेयर बनाने के लिए सॉफ्टवेयर डेवलपिंग कोर्स कर सकते है, जहां पर आप सॉफ्टवेयर के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकते है, कोर्स के अलावा आप यूट्यूब वीडियो के माध्यम से भी एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर बनाना सीख सकते है।
सॉफ्टवेयर बनाने के बाद आपको सॉफ्टवेयर को डिजाइन भी करना पड़ता है, इन्ही सभी जगह पर प्रोग्रामिंग भाषा की जरूरत पड़ती है, दोस्तो आज के समय में सॉफ्टवेयर डेवलपर बनना इतना मुस्किल कार्य नही है,
लेकिन इसके लिए आपको लगभग 1 से 2 साल किसी कोर्स में देने होंगे, या फिर आपको इस फील्ड में कोई डिग्री प्राप्त करनी होगी, जिसके बाद आप छोटे लेवल से सॉफ्टवेयर बनाना स्टार्ट कर सकते है, दोस्तो सॉफ्टवेयर डेवलपर आज के समय में हर महीने लाखो रुपए कमा रहे है,
ऐसे में यदि आप भी सॉफ्टवेयर बनाना चाहते है, तो इसके लिए आपको इस विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करनी होगी, इसके अलावा सॉफ्टवेयर कैसे बनाते हैं और इनके लिए किन चीजों पड़ती है आइए जानते है।
सॉफ्टवेयर बनाने के लिए किन किन चीजों की आवश्यकता होती है ?
दोस्तो आसा करते है, की आप समझ गए होंगे, की सॉफ्टवेयर कैसे बनाते हैं आइए अब जानते है, की सॉफ्टवेयर बनाने के लिए कौनसी चीजों की जरूरत होती है –
1) अपनी पसंद को समझे
दोस्तो सॉफ्टवेयर बनाने से पहले आपको यह समझना है, की आप कोनसा सॉफ्टवेयर बनाना चाहते हो, उदाहरण के लिए यदि आप एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर बनाना चाहते हो, तो इसके लिए आपको यूट्यूब एवं कोर्स की मदद लेनी होगी,
आप एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर तो यूट्यूब वीडियो देखकर ही बना सकते है, बहुत से सॉफ्टवेयर डेवलपर यूट्यूब के माध्यम से एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर बनाना सिखाते है, और यदि आप सिस्टम सॉफ्टवेयर बनाना चाहते है, तो इसके लिए आपको विदेशों में जाकर डिग्री हासिल करनी होगी,
और विदेशों में ही सिस्टम सॉफ्टवेयर बनाना सीखना होगा, क्योंकि इंडिया में अभी इतनी अच्छी यूनिवर्सिटी नही जोकि आपको सिस्टम सॉफ्टवेयर बनाना सिखा सके, ऐसे में पहले यह डिसाइड करले की आपको एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर बनाना है, या सिस्टम सॉफ्टवेयर बनाना है।
2) कंप्यूटर होना आवश्यक है
दोस्तो सॉफ्टवेयर बनाने के लिए आपके पास कंप्यूटर या लैपटॉप होना चाहिए, बिना कंप्यूटर या लैपटॉप के आप सॉफ्टवेयर नही बना सकते है, क्योंकि सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की मदद से बनाया जाता है,
और प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को मोबाइल पे रन करवाना मुस्किल है, ऐसे में आपके पास एक अच्छा लैपटॉप या कंप्यूटर होना चाहिए, जिसकी मदद से आप आसानी से सॉफ्टवेयर बना सकते है।
3) प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखे
दोस्तो किसी भी प्रकार का सॉफ्टवेयर बनाने के लिए सबसे जरूरी चीज प्रोग्रामिंग लैंग्वेज होती है, बिना प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के सॉफ्टवेयर बनाना असंभव है, ऐसे में यदि आप सॉफ्टवेयर बनाना चाहते है, तो आपको प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखनी होगी,
जिसके बाद ही आप सॉफ्टवेयर बनाने की सोच सकते हैं, सॉफ्टवेयर बनाने के लिए हमें कई प्रकार की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखनी होगी, क्योंकि सॉफ्टवेयर बनाने में हर तरह की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल होता है, आइए जानते है, की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कितने प्रकार की होती है –
C : दोस्तो अगर हम C लैंग्वेज की बात करें तो यह एक पुरानी कम्प्यूटर भाषा है, C लैंग्वेज का उपयोग छोटे लेवल के प्रोग्राम्स को डिजाइन में किया जाता है, सॉफ्टवेयर बनाने के लिए आपको इस लैंग्वेज को भी सीखना होगा।
C++ : दोस्तो इस प्रकार की लैंग्वेज का इस्तेमाल भी सॉफ्टवेयर बनाने में किया जाता है, C++ लैंग्वेज को हम Object-Oriented Version भी बोल सकते है, इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की मदद से कंपनियां अपनी जरूरत के हिसाब से सॉफ्टवेयर बनाती है, यह भी एक पुरानी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है।
Java : दोस्तो इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को C++ लैंग्वेज में कुछ परिवर्तन करके बनाया गया है, सॉफ्टवेयर बनाने के लिए इस लैंग्वेज को भी सीखना बहुत जरूरी है, इस लैंग्वेज की मदद से कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, और गेम्स बनाए जाते है।
HTML : दोस्तो HTML भी एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, इस लैंग्वेज की मदद से सॉफ्टवेयर को डिजाइन किया जाता है, और सॉफ्टवेयर में कुछ परिवर्तन किए जा सकते है, यदि आप कोई सॉफ्टवेयर बनाने की सोच रहे है, तो यह लैंग्वेज भी आपको सीखनी चाहिए।
Python : दोस्तो Python भी एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, इस लेंग्वेज को समझना ज्यादा मुश्किल नहीं है, इस लैंग्वेज का भी इस्तेमाल सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और वेब डेवलपमेंट में देखने को मिलता है।
PHP : दोस्तो इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का भी उपयोग सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और वेब डेवलपमेंट में देखने को मिलता है, यदि आप किसी सॉफ्टवेयर को बनाना चाहते है, या कस्टमाइज करना चाहते है, तो आपको इस लैंग्वेज को अवश्य सीखना चाहिए।
दोस्तो किसी भी सॉफ्टवेयर या वेब डेवलपमेंट में इन प्रमुख लैंग्वेज का इस्तेमाल किया जाता है, ऐसे में आपको इन लैंग्वेज को अवश्य सीखना चाहिए, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की मदद से ही आप सॉफ्टवेयर डेवलप कर सकते है।
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4) सॉफ्टवेयर डेवलपर की मदद लें
दोस्तो सॉफ्टवेयर बनाना कोई बच्चो का काम नही है, सॉफ्टवेयर बनाने के लिए पहले आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करनी होगी, और आपको सभी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखनी होगी, इसके अलावा आप सॉफ्टवेयर बनाने के लिए किसी सॉफ्टवेयर डेवलपर की मदद ले सकते हैं
या फिर आप चाहे तो कोई कोचिंग संस्थान ज्वाइन कर सकते हैं, दोस्तों यदि आप शुरुआत में खुद से सॉफ्टवेयर बनाएंगे तो आपको काफी ज्यादा समय लग सकता है, इसके अलावा आप बार-बार सॉफ्टवेयर बनाने पर भी एक अच्छा सॉफ्टवेयर नहीं बना पाएंगे,
और जिससे आपके समय की बर्बादी भी होगी, ऐसे में आप किसी सॉफ्टवेयर डेवलपर से कांटेक्ट करके सॉफ्टवेयर बनाना सीख सकते हैं या यूं कहें कुछ बेसिक जानकारी सीख सकते हैं।
5) सॉफ्टवेयर बनाने की कोशिश करें
दोस्तों प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखने और सॉफ्टवेयर डेवलपर कि मदद लेने के बाद अब आपको सॉफ्टवेयर बनाने की कोशिश करनी चाहिए शुरुआती समय में आपको थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन लगातार अभ्यास और सॉफ्टवेयर बनाने की,
कोशिश ही आपको कामयाब बना सकती है दोस्तों सॉफ्टवेयर बनाना कोई सरल कार्य नहीं है लेकिन यदि प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पर आपकी पकड़ अच्छी है तो आप खुद एक नए सॉफ्टवेयर का आविष्कार कर सकते हैं आपके पहले सॉफ्टवेयर मैं कुछ खामियां जरूर नजर आएगी,
लेकिन उन्हें भी आप अपने प्रोग्रामिंग स्किल्स की मदद से दूर कर सकते हैं, जब आप अपना पहला सॉफ्टवेयर बना लेते हैं तो आप अपने जॉब रिज्यूम में उसके बारे में बता सकते हैं जिससे कि आपको एक अच्छी कंपनी में जॉब मिल सकती है।
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दोस्तों इस प्रकार से आप सॉफ्टवेयर बना सकते हैं, दोस्तो जब आप अच्छे से सॉफ्टवेयर बनाना सीख जाते हैं तो उसके बाद आप ऑनलाइन अपने सॉफ्टवेयर को लोगों को बेच सकते हैं, और सॉफ्टवेयर बेचकर काफी अच्छे पैसे भी कमा सकते हैं, आइए जानते हैं कि सॉफ्टवेयर से पैसे कैसे कमाए।
सॉफ्टवेयर से पैसे कैसे कमाए ?
दोस्तों सॉफ्टवेयर बनाना सीखने के बाद आप सॉफ्टवेयर बनाकर काफी ज्यादा पैसे कमा सकते हैं, आपको पता ही होगा की आजकल हर जगह हर फील्ड में सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ती है, मेडिकल डिवाइस से लेकर बैंको में उपयोग होने वाले डिवाइस सॉफ्टवेयर की मदद से बनाए जाते है,
ऐसे में यदि आपको सोफ्टवेयर बनाना आता है तो आप लोगो की जरूरत के अनुसार सॉफ्टवेयर बनाकर उन्हें बेच सकते है, और उसके बदले अच्छे खासे पैसे कमा सकते है, दोस्तो इस तरह से आप सॉफ्टवेयर के माध्यम से पैसे कमा सकते है,
इसके अलावा आप किसी सॉफ्टवेयर कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में कार्य करके भी लाखो रुपए महीना कमा सकते है, दोस्तो आसा करते है, की आपको Software Kaise Banaye से संबंधित यह जानकारी पसंद आई होगी।
Software Kaise Banaye से संबंधित सवाल जवाब
दोस्तो Software Kaise Banaye से जुड़े हुए सवालों के जवाब इस लेख के माध्यम से मिल जाएंगे –
सॉफ्टवेयर बनाने के लिए क्या करें?
दोस्तो सॉफ्टवेयर बनाने के लिए पहले आपको सॉफ्टवेयर डेवलपिंग का कोर्स करना होगा, इसके अलावा आपको प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखनी होगी, जिसके बाद ही आप सॉफ्टवेयर बना सकते है।
कंप्यूटर लैंग्वेज कैसे सीखे?
दोस्तो कंप्यूटर लैंग्वेज को प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कहा जाता है, आप ऑनलाइन यूट्यूब के माध्यम से प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिख सकते है, इसके अलावा आप किसी यूनिवर्सिटी से प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कोर्स कर सकते है।
सॉफ्टवेयर कौन बनाता है?
दोस्तो सॉफ्टवेयर बनाने वाले को सॉफ्टवेयर इंजीनियर कहा जाता है और सॉफ्टवेयर डेवलपर भी कहा जाता है।
सॉफ्टवेयर के 3 प्रकार क्या हैं?
दोस्तो सॉफ्टवेयर तीन प्रमुख प्रकार के होते है, एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर, सिस्टम सॉफ्टवेयर और यूटिलिटी सॉफ्टवेयर।
मोबाइल में सॉफ्टवेयर क्यों डाला जाता है?
दोस्तो जिस प्रकार कंप्यूटर के लिए विंडोज जरूरी होता है, उसी प्रकार मोबाइल मोबाइल के लिए सॉफ्टवेयर जरूरी होता है, बिना सॉफ्टवेयर के मोबाइल काम करना बंद कर देता है।
सॉफ्टवेयर के लिए क्या आवश्यक है?
सॉफ्टवेयर बनाने के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज आवश्यक होती है।
सॉफ्टवेयर बनाने में कितना खर्चा आता है?
सॉफ्टवेयर बनाने में 1 लाख से लेकर 10 लाख तक का खर्च आता है, इसके अलावा मेडिकल डिवाइस एवं बैंक डिवाइस सॉफ्टवेयर बनाने में 20 लाख तक का खर्च आ सकता है।
कंप्यूटर में कितने सॉफ्टवेयर होते हैं?
कंप्यूटर में दो प्रकार के सॉफ्टवेयर होते हैं, पहला एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर और दूसरा सिस्टम सॉफ्टवेयर।
आज आपने क्या सीखा :
दोस्तो उम्मीद करते हैं कि आपको सॉफ्टवेयर कैसे बनाते हैं (Software Kaise Banaye) से संबंधित यह आर्टिकल पसंद आया होगा, इस लेख में हमारे द्वारा एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कैसे बनाएं और अपना सॉफ्टवेयर कैसे बनाएं,
संबंधित तमाम जानकारी साझा की गई है यदि यह जानकारी आपको पसंद आई होतो इसे अपने सभी दोस्तों तक जरूर शेयर करें, और इसके अलावा यदि आपके मन में कोई सवाल हो तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है।
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